कुछ ऐप्स प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर मौजूद होते हुए भी चुपके से आपकी फोटो और क्रिप्टो वॉलेट डिटेल्स चुरा रहे हैं.
अब सिर्फ प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड करना ही आपकी सुरक्षा की गारंटी नहीं है. आजकल कुछ ऐप्स इतने चालाक हो गए हैं कि ये आपके फोन में घुसकर आपकी फोटो और यहां तक कि क्रिप्टो वॉलेट की डिटेल्स तक चुपके से पहुंच बना लेते हैं. ताज़ा मामला एक नए मैलवेयर “SparkKitty” का है, जो बिलकुल आम दिखने वाले ऐप्स के ज़रिए लोगों को निशाना बना रहा है
दिखने में सिंपल, काम में खतरनाक
SparkKitty नाम का ये वायरस कुछ ऐसे ऐप्स में छिपा होता है जो मैसेजिंग, फोटो एडिटिंग या क्रिप्टो से जुड़े फीचर ऑफर करते हैं. ये ऐप्स बिल्कुल नार्मल लगते हैं और इन्हें हजारों बार डाउनलोड भी किया जा चुका होता है. लेकिन जैसे ही आप इन्हें इंस्टॉल करते हैं, ये फोटो गैलरी तक पहुंच की परमिशन मांगते हैं. हममें से ज़्यादातर लोग बिना सोचे-समझे “Allow” पर क्लिक कर देते हैं.
ये वायरस एंड्रॉइड और iPhone दोनों पर काम करता है
सिर्फ ऑफिशियल स्टोर्स ही नहीं, थर्ड पार्टी साइट्स पर भी इसके ऐप्स मिले हैं
लगातार आपकी गैलरी चेक करता है कि कोई नई फोटो तो नहीं आई
चुराई गई जानकारी सीधे हैकर्स के सर्वर पर भेज दी जाती हैं
कैसे बचें इस खतरे से ?
1. ऐप डाउनलोड करने से पहले सोचें – सिर्फ वही ऐप इंस्टॉल करें जिनके डेवलपर और रिव्यू भरोसेमंद हों
2. परमिशन पर दें ध्यान – कोई ऐप क्यों आपकी फोटो, फाइल्स या कैमरा एक्सेस मांग रहा है, यह जानना ज़रूरी है
3. क्रिप्टो डिटेल्स को फोटो में न रखें – कभी भी पासवर्ड या रिकवरी फ्रेज का स्क्रीनशॉट न लें
4. पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल करें – जरूरी जानकारी के लिए सिक्योर स्टोरेज या पासवर्ड मैनेजर सबसे बेहतर है
5. एंटीवायरस ऐप्स का सहारा लें – फोन में एक भरोसेमंद सिक्योरिटी ऐप जरूर रखें जो ऐसे मैलवेयर को पहचान सके
इस तरह के वायरस से सिर्फ क्रिप्टो वॉलेट की जानकारी ही नहीं जाती, आपकी पर्सनल फोटोज़ भी लीक हो सकती हैं. अभी तक किसी ब्लैकमेल का केस सामने नहीं आया है, लेकिन खतरा तो बना ही हुआ है.