सुकमा: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ समेत देश एक अलग-अलग राज्यों से माओवाद के समूल खात्मे की तारीख तय कर दी है। उन्होंने बताया हैं कि मार्च 2026 तक वामपंथ उग्रवाद को खत्म कर दिया जाएगा। केंद्र के इसी निर्देश पर राज्य की सरकारें लगातार नक्सल विरोधी अभियानों में तेजी ला रही है। बात करें छत्तीसगढ़ की तो 2024 और मौजूदा साल 2025 में पुलिस और सुरक्षाबलों को उल्लेखनीय कामयाबी मिली है। पुलिस ने अपने अभियान के तहत माओवादियों के केंद्रीय सचिव बसवराजू को भी ढेर कर दिया था जबकि कई सचिव स्तर के दुर्दांत माओवादियों को मार गिराया गया था।
सरकार और पुलिस के दबाव का नतीजा है कि, एक तरफ जहां मुठभेड़ में इनामी नक्सलियों को ढेर किया जा रहा है तो दूसरी तरफ बड़े पैमाने पर नक्सलवादी हथियार छोड़ पुलिस के सामने सरेंडर कर रहे हैं। पुलिस के इस अभियान के दौरान कई नक्सलियों को गिरफ्तारियां भी हो रही है।
बहरहाल इस बीच बस्तर संभाग के धुर प्रभावित सुकमा जिले से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। सीआरपीएफ के विशेष प्रयासों से यहां करीब 1 करोड़ 18 लाख रुपये के 23 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर करते हुए हिंसा का रास्ता छोड़, समाज के मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लिया है।