आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन सुबह 11 बजे से 1.15 बजे तक किया गया था। इस दौरान कई जगहों से हंगामे की खबरें आयी। नियमों के चक्कर में फंसकर कई अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए।
व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आज प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों में आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन सुबह 11 बजे से 1.15 बजे तक किया गया था। इस दौरान कई जगहों से हंगामे की खबरें आयी। नियमों के चक्कर में फंसकर कई अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए। जिसके बाद कई जगहों पर सुरक्षाकर्मियों और अभ्यर्थियों के बीच वाद विवाद और खूब हंगामा हुआ। इस परीक्षा के लिए इस बार जांच पड़ताल के कड़े नियमों से परीक्षार्थियों को गुजरना पड़ा ।
इस बार व्यापम द्वारा परीक्षा को लेकर बदले गए नियम से कुछ सेंटर में परीक्षार्थियों की नाराजगी भी देखी गई । व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा की गई व्यवस्था में परीक्षा केंद्र के बाहर कड़ी जांच पड़ताल से परीक्षार्थियों को गुजरना पड़ा । इस दौरान परीक्षार्थियों को मेटल डिटेक्टर से चेक किया गया, बेल्ट, पर्स, अंगूठी, कान की बाली, धूप के चश्में, मोबाइल, घड़ी, रुमाल, वाहन की चाबी बाहर ही रखा दिया गया। वहीं परीक्षा केंद्र के भीतर जैमर भी लगाए गए थे ताकि नकल को लेकर किसी भी तरह के कम्युनिकेशन को रोका जा सके।
CG Abkari Aarakshak Recruitment Exam व्यापम द्वारा आयोजित आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा में 100 प्रश्न पूछे गए थे। जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामान्य ज्ञान सहित अन्य विषय से संबंधित प्रश्न आए थे। इसमें छत्तीसगढ़ से जुड़े भी प्रश्न भी पूछे गये।
राजनांदगांव के शासकीय दिग्विजय कॉलेज की प्राचार्य डॉ सुचित्रा गुप्ता ने बताया कि व्यापम द्वारा जारी दिशा निर्देश का पालन कराया गया है। जिसमें गहरे रंग के कपड़े पहने परीक्षार्थियों को वापस भेजा गया, हल्के रंग के ड्रेस कोड और हाफ आस्तीन के कपड़े पहने परीक्षार्थियों को एंट्री दी गई है। राजनांदगांव में आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा के लिए 11227 परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र का वितरण किया गया था। जिसमें से 9304 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए, वही 1923 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।